देश के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है. महाराष्ट्र में जल्द ही चुनाव होने हैं. इन तीन राज्यों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसको लेकर सभी पार्टियां जुट गई हैं. कांग्रेस आलाकमान ने जहां अपना पूरा ध्यान इस वक्त हरियाणा और कश्मीर पर दिया हुआ है, तो प्रियंका गांधी ने भी उत्तर प्रदेश में उप चुनाव की तैयारी करनी शुरू कर दी है. शनिवार को प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और प्रभारी, सचिवों से मुलाकात की है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन है और प्रियंका गांधी ने सपा के साथ 60-40 के फॉर्मूले पर चलने का संदेश दिया है. इसी आधार पर प्रियंका ने उपचुनाव की 10 में से कम से कम 4 सीटें लेने को कहा है. हालांकि, सपा फिलहाल 2 ही सीटें देने को राजी है.
राष्ट्रीय पार्टी बनने की तैयारी में सपा
उधर सपा भी इस मौके को भुनाना चाहती है. लोकसभा चुनाव में 37 सीटें लाने के बाद सपा देश की तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. अब अखिलेश यादव पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने की कोशिशों में लग गए हैं. समाजवादी पार्टी कांग्रेस से हरियाणा और महाराष्ट्र में सीटें मांग रही है. फिलहाल दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है. अगर समाजवादी पार्टी उप चुनाव में कांग्रेस को 2 से ज्यादा सीटें देती है, तो वे महाराष्ट्र और हरियाणा में अपने लिए कुछ सीटें मांग सकती है.
कांग्रेस ने तेज की तैयारी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के करीबी समझे जाने वाले 6 राष्ट्रीय सचिवों को फिर एक बार उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इन सचिवों के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस प्रभारी ने दिल्ली में एक अहम बैठक की है. इस बैठक में उत्तर प्रदेश के उप चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों पर चर्चा हुई है.